रायपुर : ईद-उल-फितर पर्व शनिवार को पूरे उल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। राजधानी रायपुर में ईद के मौके पर मुख्य नमाज लाखेनगर स्थित ईदगाहभाठा मैदान में अता की गई।
शहर-ए-काजी मौलाना मोहम्मद अली फारूकी ने शुक्रवार शाम को चांद दिखने के बाद अगले दिन यानी शनिवार को ईद मनाने का ऐलान किया था। शनिवार सुबह ईदगाह पर ईद की विशेष नमाज अदा की गई।
यहां पर बड़ी संख्या में सुबह से मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे और नमाज अता करने के साथ एक-दूसरे को गले लगाकर ईद पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस दौरान ईदगाहभाठा मैदान मस्जिद में मौजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गले मिलकर सभी को ईद की मुबारकबाद दी। मुख्यमंत्री के अलावा रायपुर महापौर एजाज ढेबर, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, निगम सभापति प्रमोद दुबे सहित अन्य लोग मौजूद थे।मौलाना फारूकी ने कहा कि ईद पर फिकरा निकालना प्रत्येक व्यक्ति का फर्ज है। फिकरा में एक व्यक्ति पर कम से कम दो किलो 200 ग्राम गेहूं या इसकी कीमत गरीब बच्चों के लिए देनी होती है। यदि कोई गेहूं न दे तो उसकी कीमत मदरसा में अदा कर सकता है। एक परिवार में जितने भी सदस्य हों, प्रत्येक सदस्य को फिकरा अवश्य देना चाहिए। इसके बाद शहर के 50 से अधिक मस्जिदों में प्रत्येक 15 से 30 मिनट के अंतराल पर नमाज अता करने का सिलसिला चलता रहा। नमाज अता करने के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाइयां दी। घरों पर आने वाले मेहमानों को मुस्लिम समाज के लोग सिवइयों से मुंह मीठा कराया। घर आए मेहमानों को और बच्चों को ईदी बांटी।इससे पहले शहर के बाजार शुक्रवार की रात खरीदारों की भीड़ से गुलजार रहे। लोगों जरूरत का सामान खरीदकर ईद की तैयारियों में दिखे। ईद से पहले हाथों में मेहंदी रचाने के लिए पार्लरों में भीड़ लगी रही। रात्रि में इत्र, टोपी, सेवइयां, नए वस्त्र खरीदने के लिए दुकानों पर ग्राहक उमड़े।