बीते कई महीनों से कोयला महंगा होने के कारण स्टील निर्माता कंपनियों ने स्टील की कीमतों में 2000 रुपये प्रति टन तक की बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़ोतरी के बाद घर बनाना और महंगा हो सकता है। इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अप्रैल में कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। एचआरसी का इस्तेमाल रेल ट्रैक, भारी-भरकम मशीनरी और ज्यादा तापमान में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं में होता है। सीआरसी के जरिए कम तापमान में काम करने वाली मशीनरी और अन्य वस्तुएं बनाई जाती हैं।
जानकारी के मुताबिक, जेएसडब्ल्यू स्टील ने 23 मार्च से रेबार स्टील की कीमत 1250 रुपये प्रति टन बढ़ा दी है। रेबार से घरों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सरिया बनाई जाती है। सरकारी कंपनी सेल ने हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) और कोल्ड रोल्ड कॉइल (सीआरसी) की कीमतों में प्रति टन 1500 रुपये की बढ़ोतरी की है।
जिंदल स्टील एंड पावर ने भी स्टील की कीमत 1500 रुपये प्रति टन बढ़ा दी है। इस बढ़ोतरी के बाद एचआरसी की कीमत 72,500 से 73,500 रुपये प्रति टन, सीआरसी 78,500 से 79,000 रुपये प्रति टन और रेबार 71,000 से 71,500 रुपये प्रति टेन हो गया है।