शिवशक्ति प्वाइंट से प्रज्ञान रोवर ने चांद पर 100 मीटर की यात्रा पूरी कर ली है। इस दौरान उसने कई जानकारियां इकट्ठा की हैं। प्रज्ञान ने हाल में चंद्रमा पर मौजूद खनीजों की जानकारी इसरो को भेजी थी, इससे पहले इसरो प्रमुख ने कहा था कि रोवर और लैंडर को ‘निष्क्रिय’ करने की प्रक्रिया एक या दो दिन में शुरू हो जाएगी क्योंकि चांद पर अब रात हो जाएगी।
चांद की सतह पर सल्फर, एल्युमिनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगेनीज, ऑक्सीजन और सिलिकॉन का पता लगा लिया है। हालांकि, चंद्रयान की खोज की फेहरिस्त यहां खत्म नहीं होती है। इसके अलावा भी तापमान, क्रेटर जैसी चीजों का भी पता लगाया जा चुका है। आपको यह भी बता दें कि चंद्रमा पर उतरने के कुछ दिन बाद भारत शनिवार को अपने पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ को अंजाम दिया। यह प्रक्षेपण इसरो के विश्वसनीय रॉकेट पीएसएलवी के माध्यम से किया गया। सूर्य के अध्ययन के लिए ‘आदित्य एल1’ को धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर ‘लैग्रेंजियन-1’ बिंदु तक पहुंचने में 125 दिन लगेंगे।