इंटरनेट मीडिया पर बच्चों के यौन उत्पीड़न संबंधी अश्लील सामग्री की मौजदूगी को लेकर सरकार ने सख्ती दिखाते हुए X, YouTube और Telegram को नोटिस भेजा है। सरकार के संज्ञान में यह आया था कि इन प्लेटफार्म पर बच्चों के यौन उत्पीड़न संबंधी सामग्री या कंटेंट अब भी मौजूद है, जबकि सरकार की तरफ से इस प्रकार की सामग्री प्रतिबंधित है। सरकार ने इन तीनों प्लेटफार्म से बच्चों के यौन उत्पीड़न संबंधी सामग्री को तुरंत हटाने के लिए कहा है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। साथ ही आइटी एक्ट की धारा 79 के तहत इन प्लेटफार्म को जो इंटरमीडिएरिज का दर्जा मिला हुआ है, उसे भी वापस लिया जा सकता है।
इंटरमीडिएरिज का दर्जा मिलने से इन प्लेटफार्म पर जो कंटेंट या सामग्री कोई डालता है, उसके लिए प्लेटफार्म की जिम्मेदारी नहीं होती है। लेकिन सरकार को किसी कंटेंट पर आपत्ति है, तो उस कंटेंट को वे अपने प्लेटफार्म से हटाने के लिए बाध्य है।
इलेक्ट्रानिक्स व आइटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि हमने एक्स, यूट्यूब व टेलीग्राम को नोटिस भेजा है, जिसके तहत उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके प्लेटफार्म पर बच्चों के यौन उत्पीड़न संबंधी किसी भी प्रकार का कंटेंट नहीं है।