मां महागौरी का पूजन रविवार को अष्टमी के दिन किया जाएगा। महागौरी की आराधना भक्तों के लिए सर्वाधिक कल्याणकारी मानी जाती है। महागौरी देवी असत्य का विनाश कर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। भक्तों के लिए यह देवी अन्नपूर्णा का स्वरूप हैं, इसलिए अष्टमी के दिन कन्याओं के पूजन किया जाता है। अष्टमी के दिन सुबह सवेरे उठकर स्नान कर दुर्गा गौरी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन हलवा और चने का प्रसाद बनाकर कन्याओं का पूजनकर उन्हें प्रसाद के तौर पर खिलावा चाहिए। नौ कन्या और एक लड़के को कन्या पूजन के समय बिठाकर ये प्रसाद खिलाना चाहिए। इससे महागौरी प्रसन्न होती हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। यह विधान धन, वैभव और सुख-शांति की अधिष्ठात्री देवी को अति प्रिय है। आप इस दिन देवी की उपासना करें और महागौरी को प्रसन्न करने के लिए कन्या पूजन जरूर करें।