टाटा की कंपनी का नाम है, लेकिन उसका कर्ज रिलायंस के मुकाबले काफी कम है. वोडाफोन आइडिया के कर्ज को लेकर कितनी चर्चा होती है, लेकिन रिलायंस के मुकाबले काफी कम है. इस फेहरिस्त में एयरटेल और एलएंडटी का भी नाम है, लेकिन सब मुकेश अंबानी की रिलायंस से काफी नीचे हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि रिलायंस के साथ देश की किस कंपनी पर कितना कर्ज है.
देश की इन कंपनियों पर है सबसे ज्यादा कर्ज
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक ऐस इक्विटी के डाटा के अनुसार देश में सबसे बड़ी कर्जदार कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है. इस पर 3.13 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है.
एनटीपीसी का नाम देश की बड़ी पॉवर सेक्टर कंपनियों में शुमार है. कर्जदार होने के मामले में ये दूसरे नंबर पर है और इस पर 2.20 लाख करोड़ का कर्ज है.
वोडाफोन आइडिया के कर्ज को लेकर काफी चर्चा होती है. इस कंपनी में अब तो सरकार की भी हिस्सेदारी है. मौजूदा समय में कंपनी पर कर्ज 2.01 लाख करोड़ है.
भारतीय एयरटेल भी देश में कम कर्जदार नहीं है. इस पर भी मोटा कर्जा चढ़ा हुआ है. जिसकी चर्चा समय-समय पर होती है. मौजूदा समय में कंपनी पर कर्ज 1.65 लाख करोड़ है.
इस फेहरिस्त में देश की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का भी नाम है. मौजूदा समय में इस कंपनी के ऊपर 1.40 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है.
आॅयल एंड नेचुरेल गैस पर भी कर्ज कम नहीं है. कच्चे तेल में कारोबार करने वाली इस कंपनी के ऊपर 1.29 लाख करोड़ रुपए कर्ज है.
एनटीपीसी के बाद इस लिस्ट में दूसरी कंपनी पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन है. मौजूदा समय में कंपनी के ऊपर 1.26 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है.
टाटा मोटर्स भी इस लिस्ट में शामिल है. इसके बारे में सुनेंगे तो आप भी चौंक जाएंगे. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी पर 1.25 लाख करोड़ रुपए कर्ज है.
चंद्रयान मिशन में अहम भूमिका निभाने वाली कंपनी लार्सन एंड टुब्रो भी कम कर्जदार नहीं है. कंपनी पर मौजूदा समय में 1.18 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है.
ग्रासिम इंडस्ट्रीज इस फेहरिस्त की आखिरी कंपनी है जिस पर एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कर्ज है. मौजूदा समय में कंपनी पर डेट 1.01 लाख करोड़ रुपए का है.