रायपुर- छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बनाये जाने के बाद डिप्टी सीएम की रेस में अरुण साव का नाम सामने आया है, अरुण साव भारतीय जनता पार्टी के विधायक जो मुंगेली जिला के लोरमी विधानसभा क्षेत्र के है, अरुण साव के प्रारंभिक जीवन परिचय की बात करें तो उनका जन्म 25 नवंबर 1968 को वर्तमान मुंगेली जिला के लोहाडीया नमक गांव में एक माध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिताजी का नाम स्वर्गीय है अभय राम साव थे , 1980 के दशक में मुंगेली मंडल के मंडल अध्यक्ष रहे हैं। इसके बाद 1977- 80 तक जरहागांव विधानसभा के चुनाव संचालक रहे हैं। इस प्रकार राजनीतिक में अनुभव रखने वाले पिताजी थे, जिस वजह से अरुण साव भी राजनीति में अपना करियर बनाएं। अरुण साव मुंगेली जिला के कबीर वार्ड में रहकर पले बढ़े हैं।
और 1990 से 1995 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तहसील मुंगेली के अध्यक्ष रहे हैं। के बाद 1996 में जिला युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष चुने गए। तत्कालीन विधायक अमर अग्रवाल के साथ महामंत्री भी रहे। राजनीति के अलावा सामाजिक स्तर पर भी अरुण साव जी का काफी अच्छा पकड़ रहा है, जिस कारण साहू समाज युवा प्रकोष्ठ मुंगेली तहसील सचिव नियुक्त किए गए थे। इसके अलावा साहू समाज के जिला अध्यक्ष भी चुने गए और आगे जाकर साहू समाज के प्रदेश सहसंयोजक भी चुने गए। इस प्रकार अरुण साव 1996 से 2005 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे। इसके बाद 1998 में दशरंगपुर से जनपद सदस्य भारतीय जनता पार्टी से समर्थित सदस्य बने। इसके बाद 2001 में जब छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का स्थापना हुआ, तो अरुण साव यहां वकालत का काम शुरू हुआ। इस प्रकार 2005 से 2007 तक उप शासकीय अधिवक्ता के रूप में कार्य किए है। इसके बाद साल 2008 से 2013 तक उपमहा अधिवक्ता छत्तीसगढ़ शासन रहे हैं। इसके बाद साल 2018 के विधानसभा चुनाव में अरुण साव ने कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव को हराकर की हासिल किए थे। इसके बाद अगस्त 2022 में आदिवासी समाज के विष्णु देव साय को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटकर अरुण साव को इस पद का कार्यभार सोपा गया था क्योंकि पार्टी के हाई कमान समझ गए थे कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार न बनने के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश में सबसे बड़ा वोट बैंक ओबीसी समाज ही है, जिस वजह से अरुण साव को बीजेपी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
आपको बता दे की मुंगेली के एस. एन. जी. कॉलेज में बीकॉम विषय में अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट किये हैं। उन्होंने बिलासपुर से एलएलबी की परीक्षा पास किए हैं। अरुण साव ने एसएनजी कॉलेज, मुंगेली और केआर लॉ कॉलेज, बिलासपुर से स्नातक किया है। 2001 में, अरुण साव ने उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की और 2004 में छत्तीसगढ़ सरकार के लिए पैनल वकील के रूप में और 2005 से 2013 तक सरकार के लिए और 2013 से 2018 तक छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के उप महाधिवक्ता के रूप में कार्य किया ,