लखीमपुर खीरी के पलिया तहसील इलाके में एक पावर हाउस पर तैनात लाइनमैन के आत्मदाह का मामला सामने आया है. इस मामले में परिजनों ने बिजली विभाग के जेई पर मृतक को परेशान करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है ट्रांसफर पलिया में कराने के बदले ये जेई रुपयों की मांग कर रहा था और लगातार उसे टॉर्चर किया जा रहा था। परिवार के मुताबिक आए दिन होने वाले ट्रांसफर से यह लाइन मैन काफी परेशान हो चुका था, वह डिप्रेशन में था और दवाईयां चल रही थीं पलिया का रहने वाला गोकुल यादव बिजली विभाग में लाइनमैन था। वह पलिया का रहने वाला है। लेकिन उसकी तैनाती घर से 50 किमी दूर अलीगंज में थी। परिवार के मुताबिक उसका ट्रांसफर होता रहता है। गोपाल की पत्नी ने कहा कि ट्रांसफर के बदले जूनियर इंजीनियर ने कहा कि तुम एक रात के लिए अपनी पत्नी को मेरे पास भेज दो।
जब जेई ने लाइनमैन से ये बात कही तो वो इस तरह आहत हुआ कि उसने घर आकर खुद को आग के हवाले कर दिया। जिस समय ये हादसा हुआ उसके परिजन बाहर पूजा में गए हुए थे। परिवार वालों को खबर लगी तो पहुंचने पर लाइनमैन को लखीमपुर ले गए। जहां से उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। रविवार को उसकी मौत हो गई. लेकिन मरने से पहले लाइनमैन ने जेई के खिलाफ बयान दिया है। लाइनमैन की मौत के बाद उसके चार बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है तो वहीं परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मृतक लाइनमैन ने मरने से पहले दिया ये बयान
मृतक लाइनमैन ने मरने से पहले अपने बयान में बताया कि बिजली विभाग में तैनात जेई ने उसका ट्रांसफर कराने के बदले उसकी बीवी को पास भेजने की बात कही थी। इसी बात से आहत होकर उसने यह कदम उठाया है। मृतक का बयान का वीडियो मीडिया में वायरल होने के बाद आखिरकार बिजली विभाग हरकत में आया। डीएम ने जेई को सस्पेंड करते हुए मामले की जांच का आदेश दे दिया है।