श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि बन रहे राम मंदिर के अब सबसे अधिक दान अध्यात्मिक गुरु और कथावाचक मोरारी बापू ने दिया है। बताया जा रहा है कि मुरारी बापू ने करीब 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया है। इसी के साथ अब तक श्रीराम मंदिर के समर्पण निधि वाले अकाउंट में ही अब तक 3200 करोड़ रुपए आ चुके हैं। मोरारी बापू राम चरित मानस के एक प्रसिद्ध व्याख्याता हैं और दुनिया भर में पचास वर्षों से अधिक समय से राम कथाओं का पाठ कर रहे हैं। उनकी कथा का मुख्य उद्देश्य लोगों में शांति, सत्य और प्रेम- करुणा का संदेश फैलाना है। जबकि, बापू खुद अन्य धर्मों से उदाहरण लेते हैं और सभी धर्मों के लोगों को प्रवचन में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हैं।
बापू का जन्म 1946 में शिवरात्रि के दिन गुजरात के भावनगर जिले के महुवा के निकट तलगाजर्डा गांव में हुआ था और वह आज भी अपने परिवार के साथ वहीं रहते हैं। वह वैष्णव बावा साधु निम्बार्क वंश से संबंध रखते हैं और उन्होंने अपने बचपन का ज्यादा समय अपने दादा और गुरु, त्रिभोवनदास दादा और दादी अमृत मां के साथ बिताया है। जबकि उनकी दादी घंटों तक उन्हें लोककथाएं सुनाती थीं, उनके दादाजी उनके साथ राम चरित मानस के बारे में अपना ज्ञान साझा करते थे। बारह वर्ष की आयु तक, बापू ने संपूर्ण राम चरित मानस को याद कर लिया था और चौदह वर्ष की आयु में राम कथा का पाठ और गायन शुरू कर दिया था।