खीरी में अंगीठी के धुएं से दो लोगों की मौत के बाद अमरोहा में पांच लोगों की जान चली गई है। ठंड से बचने के लिए कमरे में जलाई गई अंगीठी फिर जानलेवा साबित हुई। सैदनगली थाने के ढक्का मोड़ गांव में सोमवार रात कमरे में सोए एक ही परिवार के सात लोगों में से पांच लोगों की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। करीब बीस घंटे बाद मंगलवार शाम पड़ोसियों ने खिड़की का शीशा तोड़कर अंदर पड़े सभी लोगों को बाहर निकाला। सूचना पाकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के साथ ही दो लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ढक्का मोड़ गांव में ट्रक चालक रईसुद्दीन मलिक का घर बीच आबादी में है। वह इन दिनों ट्रक लेकर बाहर गया हुआ है। सोमवार रात घर पर उसकी 35 वर्षीया पत्नी हुस्न जहां, 19 वर्षीय बेटी सोनम, 15 वर्षीय बेटा जैद व 12 वर्षीय बेटा माहिर के अलावा सिहाली जागीर गांव निवासी हुस्न जहां का भाई रियासत व उसकी 16 वर्षीय बेटी महक, मंडी धनौरा निवासी हुस्न जहां की 13 वर्षीय भांजी कशिश खान थे। सभी सातों लोग खाना खाने के बाद कमरे में सोने चले गए। इस बीच हुस्न जहां ने कमरे को गर्म करने के लिए अंगीठी में कोयले रखकर जला दिए और सो गई। इसके बाद मंगलवार शाम करीब चार बजे रईसुद्दीन ने हुस्नजहां को कई बार कॉल की पर उसका फोन नहीं उठा।
अनहोनी की आशंका में रईसुद्दीन ने अपने छोटे भाई गबरुद्दीन को घर भेजा। घर का दरवाजा भीतर से बंद था। काफी देर खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों की मदद से खिड़की का शीशा तोड़कर गबरुद्दीन कमरे में दाखिल हुआ। भीतर का मंजर देखकर सभी के होश उड़ गए। सातों लोग बेहोश पड़े थे। शोर मचाने पर अन्य ग्रामीण भी पहुंचे और सभी लोगों को सैदनगली के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां सोनम, जैद, माहिर, कशिश व महक को मृत घोषित कर दिया गया। हुस्न जहां व रियासत को बेहोशी की हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया।