रायपुर- स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बिना टेंडर किए करोड़ों की सामग्री खरीदी करने वाले 4 जिला शिक्षा अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है,
दरअसल ये पूरा मामला साल 2020 से 2023 के बीच का है। कोरोना काल के दौरान बिना टेंडर के 5 जिले बस्तर, बीजापुर, कोंडागांव, मुंगेली और सूरजपुर जिले में जिला शिक्षा अधिकारियों ने नियमों को दरकिनार कर करोड़ों की सामग्री खरीदी की थी। जिस पर भ्रष्टाचार की आशंका जताई गई। सदन में मामला उठाए जाने के बाद विभागीय मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वास्तव में ये खरीदी 36 करोड़ 51 लाख 87,918 रुपए की है और वह 5 जिलों की खरीदी है।मंत्री ने ये बात मानी कि खरीदी के लिए इंडस्ट्री डिपार्टमेंट से डीईओ को छूट लेनी थी। जिसे नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि कोरोना काल था इसलिए कलेक्टर की अनुमति से इमरजेंसी में इन्होंने खरीदी की है। इतनी बड़ी खरीदी करने के लिए जिस प्रकार के नियमों का पालन करना चाहिए जिनकी अनुमति लेना चाहिए, वह अनुमतियां नहीं ली गई है। इसलिए इसके लिए यह भी माना गया है कि जो पांच जिला शिक्षा अधिकारी है। सूरजपुर, मुंगेली, बस्तर, बीजापुर, कोंडागांव इन 5 जगह पर 36 करोड़ रुपए की लगभग खरीदी की गई और उनको यह माना गया कि उन्होंने बिना अनुमति के खरीदी की गई। इसलिए वह दोषी है और उसमें से बस्तर जिला शिक्षा अधिकारी को सस्पेंड किया गया है।