बलौदाबाजार- बाइक चोरी मामले में भाटापारा पुलिस को मिली बड़ी सफलता, चोरी की 51 गाड़ियों के साथ एक नाबालिक सहित 6 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार, आरोपियों द्वारा इतनी सटीक तरीके से बाइक को चोरी किया जाता था कि फॉर की आरती नंबर और फर्जी तरीके से मोबाइल ऐप के माध्यम से जालसाजी कर बाइक को बेच दिया जाता था वहीं पूरे मामले का मुख्य आरोपी एक इंजीनियर और च्वाइस सेंटर संचालक है।
आखिर कैसे घटना को अंजाम देते थे आरोपी…
वाहन चोरी का तरीका- चोर गिरोह के सदस्यों द्वारा सर्वप्रथम कॉलोनी, पार्किंग स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि में पार्क वाहनों की चोरी की जाती थी। इन वाहनों का फर्जी कागजात तैयार करने तक इन्हें छुपा कर रखा जाता था, ताकि किसी को पता ना चल सके
Picsart App की सहायता से मोटरसाइकिल का फर्जी पेपर तैयार करना- चोरी करने के बाद इन मोटरसाइकिल का फर्जी पेपर तैयार करने का खेल प्रारंभ होता था। गिरोह के मुख्य आरोपी अमन खान द्वारा गूगल प्ले स्टोर में Picsart ऐप के जरिए, चोरी किये गए मोटरसाइकिल का फर्जी कागजात तैयार करने का काम करता था। इस ऐप की सहायता से फर्जी आरसी बुक एवं अन्य पेपर तैयार करता था, जो की हूबहू असली जैसे दिखते हैं। इसे किसी भी प्रकार से पहचान पाना बहुत ही मुश्किल होता था।
चॉइस सेंटर संचालक अब्दुल कादिर द्वारा चोरी की मोटरसाइकिल का फर्जी कागजात- तैयार कर मुख्य आरोपी अमन खान को उपलब्ध कराया जाता था। यह गिरोह बहुत ही शातिर तरीके से काम करता था। यह लोग भारत चॉइस सेंटर भाटापारा के संचालक अब्दुल कादिर के माध्यम से Picsart मोबाईल ऐप से तैयार किए गए फर्जी तैयार आरसी बुक का प्रिंट कराकर नए ग्राहक को विश्वास में लेने के लिए स्टाम्प पेपर से नोटरी कराकर ग्राहकों को बिक्री करते थे, जिससे आम लोगो को उनके साथ फर्जीवाडा होने का अंदेशा भी नहीं रहता था।
इस प्रकार नए ग्राहक को चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने का पता ही नहीं चल पाता था। यह चोर गिरोह लगातार मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं एवं फर्जी कागजात तैयार करके मोटरसाइकिल बेचने का भी काम कर रहा था। थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा इस चोर गिरोह के 06 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ पर अब तक चोरी की 55 मोटरसाइकिल बरामद करने में सफलता मिली है।