कोलकाता नाइट राइडर्स के गंभीर प्रहार के आगे सनराइजर्स हैदराबाद पूरी तरह से लाचार नजर आई और केकेआर चैंपियन बन गई।चेन्नई में खेले गए आईपीएल 2024 के फाइनल मैच में उसने हैदराबाद को जबर्दस्त पटखनी दी। हैदराबाद के 113 रनों के लक्ष्य को केकेआर ने 11वें ओवर में ही मात्र दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। वेंकटेश अय्यर ने नाबाद 52 रनों की पारी खेली। उनके अलावा रहमनुल्ला गुरबाज ने नाबाद 39 रन बनाए। एक नजर मैच की कुछ खास बातों पर…
पूरा हुआ दस साल का इंतजार
केकेआर ने 10 इंतजार के बाद एक बार फिर से आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा किया। आईपीएल में कोलकाता चार बार फाइनल में पहुंची है और तीन बार उन्हें जीत हासिल हुई है। इस जीत के लिए गौतम गंभीर को भी पूरी तरह से क्रेडिट दिया जा रहा है। कोलकाता नाइट राइडर्स ने पहले दोनों खिताब गौतम गंभीर की कप्तानी में जीते थे। पहला खिताब 2012 में और दूसरा खिताब 2014 में आया था। इसके बाद से कोलकाता की टीम खिताब के सूखे से जूझ रही थी। लेकिन इस साल गौतम गंभीर एक बार फिर केकेआर के साथ बतौर मेंटर जुड़े और टीम ने फिर से एक और टाइटल जीत लिया।
पैट कमिंस के फैसले पर सवाल
फाइनल मुकाबले में पैट कमिंस टॉस के लिए मैदान में उतरे तो काफी कंफ्यूज नजर आए। उन्होंने कहाकि वह पिच पढ़ने में एक्सपर्ट नहीं हैं। टॉस जीता तो कमिंस ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन मैच के पहले ओवर से लेकर हैदराबाद की पारी खत्म होने तक यह फैसला उनकी टीम को रास आता नहीं दिखा। पहले ओवर में अभिषेक शर्मा आउट हुए तो फिर सिलसिला ही चल पड़ा। मिचेल स्टार्क और वैभव अरोड़ा की आग उगलती गेंदों के सामने एसआरएच के बल्लेबाज जैसे शॉट ही खेलना भूल गए। इसके बाद सुनील नारायण, हर्षित राणा, आंद्रे रसेल ने भी हैदराबाद के बल्लेबाजों को लगातार टेस्ट किया।