लोकसभा के पहले सत्र के दौरान 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का चुनाव होना तय हो चुका है। इसके साथ ही नये स्पीकर को लेकर घटक दलों में भी हलचल बढ़ गई है।
सबसे ज्यादा दबाव टीडीपी की तरफ से बताया जा रहा है कि वह अपना स्पीकर बनाना चाहती है, लेकिन सत्ता पक्ष इसके लिए तैयार नहीं है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि टीडीपी जिद पर अड़ती है तो भाजपा डी. पुरंदेश्वरी का नाम आगे कर सकती है ताकि नायडू ना नहीं कर सकें। पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश भाजपा की अध्यक्ष हैं तथा टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन हैं। ऐसे में टीडीपी के लिए उनकी उम्मीदवारी का विरोध करना आसान नहीं होगा।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, एनडीए-3 में जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पुरानी टीम पर भरोसा जताया है, इससे यह भी माना जा रहा है कि शायद मौजूदा स्पीकर ओम बिरला को भी एक और कार्यकाल मिल जाए। लेकिन यह काफी इस बात पर निर्भर करेगा कि एनडीए के घटक दलों का रुख क्या रहता है। इसमें दो बातें देखने वाली होंगी। एक, टीडीपी अपने उम्मीदवार को लेकर दबाव नहीं डाले। दूसरा, ओम बिरला को लेकर घटक दलों का रुख क्या रहता है?