कच्चे तेल की गर्मी अचानक कम हो गई है। 5 दिन से उड़ान भर रहा कच्चा तेल मंगलवार 8 अक्टूबर को धड़ाम हो गया। इसमें 5 फीसद तक की गिरावट आई। क्रूड ऑयल के भाव गिरने की सबसे बड़ी वजह ईरान समर्थित हिजबुल्लाह द्वारा लेबनान की सरकार द्वारा संघर्ष विराम प्रस्ताव के लिए समर्थन का संकेत हैं, जिससे इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष से सप्लाई में दिक्कतों की आशंका कम हो गई।
ईरान द्वारा पहली बार इजरायल में मिसाइल लॉन्च करने के बाद से कच्चे तेल में 7 डॉलर प्रति बैरल से अधिक की तेजी के साथ, कुछ निवेशक भी मुनाफे की बुकिंग कर रहे हैं। दूसरी ओर दुनिया में सबसे अधिक कच्चा तेल का आयात करने वाले चीन से तेल की मांग निवेशकों के बीच चिंता का एक प्रमुख कारण रही है।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक ब्रेंट क्रूड दिसंबर वायदा 3.75 डॉलर यानी 4.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.18 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। इसके उलट यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट नवंबर वायदा 0.22 डॉलर या 0.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 73.79 डॉलर प्रति बैरल पर था। दोनों अपने सत्र के निचले स्तर पर 4 डॉलर प्रति बैरल से अधिक नीचे थे। सोमवार को ब्रेंट तीन प्रतिशत से अधिक उछल कर अगस्त के बाद पहली बार 80 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चढ़ गया था।