छत्तीसगढ़ के चार जिलों रायगढ़, गरियाबंद, महासमुंद और बस्तर में पहले ही हीरे और सोने की मौजूदगी के संकेत मिल चुके हैं। इसके बाद नबंवर 2019 में भूपेश सरकार ने केन्द्र की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ में चारों जगह हीरे और सोने की खोज का अभियान शुरू किया। खनिज विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक देश के कुल हीरा भंडार का 28.26 फीसदी हिस्सा छत्तीसगढ़ के भूगर्भ में है। भारत में कुल 46 लाख कैरेट हीरा भंडार की संभावना है, जबकि छत्तीसगढ़ में लगभग 13 लाख कैरेट हीरे की उम्मीद है।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) को छत्तीसगढ़ समेत देश के चार राज्यों में हीरे के नए भंडार के संकेत मिले हैं। जिन स्थानों पर हीरे के प्रमाण मिले हैं, इनमें छत्तीसगढ़ में रायगढ़, मध्यप्रदेश में बरायथा, ओडिशा में पदमपुर-पाइकमाल-झारबंध और आंध्रप्रदेश के कनागनपल्ले-धर्मावरम इलाका शामिल है।
चारों स्थानों पर हीरे की मौजूदगी रिपोर्ट जल्द तैयार की जाएगी। टेस्टिंग रिपोर्ट के आधार पर यह भी पता लगाया जाएगा कि व्यावसायिक उत्खनन के लिए खदान उपयुक्त है या नहीं। इसके बाद खनन की प्रक्रिया शुरू होगी।