जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में रविवार को हुए भीषण आतंकी हमले में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें पर्यटक और स्थानीय नागरिक दोनों शामिल हैं। वहीं, दो दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें श्रीनगर और अनंतनाग के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि बीते ढाई दशकों में यह कश्मीर में पर्यटकों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बलों ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। फरार आतंकियों की तलाश में विशेष बलों और स्थानीय पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं। इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
इस हमले की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा हो रही है। घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर आए हुए हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह हमला भारत की छवि को धूमिल करने की साजिश का हिस्सा हो सकता है।
रायपुर निवासी दिनेश मिरानिया की इस हमले में मौत हो गई है। उनके निधन पर स्थानीय प्रशासन और समाजिक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। बयान में कहा गया कि, “यह नृशंस और अमानवीय कृत्य अत्यंत निंदनीय है। आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता।”