वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने विदेशी छात्रों के वीजा रद्द करने के अपने विवादास्पद फैसले को अब पलटने का निर्णय लिया है। एक सरकारी वकील ने ओकलैंड की संघीय अदालत को बताया कि अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) अब उन अंतरराष्ट्रीय छात्रों की कानूनी स्थिति को मैन्युअली बहाल कर रहा है, जिनके रिकॉर्ड हाल ही में रद्द कर दिए गए थे।
विदेशी छात्रों को मिली राहत
इस फैसले से अमेरिका में रह रहे सैकड़ों विदेशी छात्रों को बड़ी राहत मिली है। इससे पहले ICE ने करीब 1000 छात्रों के वीजा रद्द कर दिए थे, जिससे उन्हें हिरासत में लिए जाने और देश से निकाले जाने का खतरा पैदा हो गया था। ट्रंप प्रशासन ने यह कदम उन छात्रों के खिलाफ उठाया था जिनके खिलाफ कथित आपराधिक रिकॉर्ड की बात कही गई थी।
छात्रों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया
ट्रंप सरकार के इस फैसले के खिलाफ विदेशी छात्रों ने अदालत में मुकदमे दर्ज किए और तर्क दिया कि सरकार ने बिना पूर्व सूचना के उनका वीजा रद्द कर दिया। कई छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें मामूली यातायात उल्लंघन जैसी बातों पर निशाना बनाया गया और यह भी स्पष्ट नहीं किया गया कि उनका वीजा क्यों रद्द किया जा रहा है।
सरकार का स्पष्टीकरण और बदलाव
हालांकि ट्रंप प्रशासन ने अपने फैसले को उचित ठहराते हुए कहा था कि वीजा रद्द करने की कार्रवाई छात्रों के “आपराधिक रिकॉर्ड” को ध्यान में रखते हुए की गई थी, लेकिन बढ़ते विरोध और कानूनी दबाव के बीच अब सरकार ने अपनी नीति में बदलाव कर लिया है। सरकारी वकील ने बताया कि ICE अब छात्रों की कानूनी स्थिति बहाल करने की प्रक्रिया में जुटा है।