डोंगरगढ़ स्थित प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर के रोपवे में हुए हादसे ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। हादसे के बाद रोपवे संचालन समिति पर भाजपा की ओर से थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भी भारी नाराजगी देखी जा रही है।
घटना बीते शुक्रवार की है, जब पूर्व मंत्री राम सेवक पैकरा, भाजपा प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा और मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल समेत छह लोग मां बम्लेश्वरी मंदिर दर्शन के बाद ट्रॉली से लौट रहे थे। लौटते समय नीचे स्टेशन पर ट्रॉली अचानक टूटकर पलट गई। इस हादसे में भरत वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए रायपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं।
हादसे के बाद भाजपा नेता हरविंदर सिंह ने इसे “बहुत बड़ी लापरवाही” बताते हुए रोपवे संचालन समिति पर एफआईआर दर्ज कराई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
रोपवे का संचालन कर रही दामोदर रोपवे एंड इंफ्रा लिमिटेड कंपनी ने हादसे का कारण बिजली में आई उतार-चढ़ाव (फ्लक्चुएशन) बताया। हालांकि बिजली विभाग ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। बिजली विभाग के इंजीनियर एनके साहू ने कहा, “हादसे के समय बिजली सप्लाई में कोई उतार-चढ़ाव नहीं था।” उल्टे बिजली विभाग ने भी कंपनी के खिलाफ अलग से शिकायत दर्ज कराई है।
फिलहाल मामले की जांच जारी है। डोंगरगढ़ कलेक्टर ने 7 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एक जिला स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। समिति से हादसे के कारणों और दोषियों की पहचान कर सख्त कदम उठाने की उम्मीद की जा रही है।