बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित एनएसएस शिविर के दौरान नमाज पढ़वाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शनिवार को पुलिस ने इस प्रकरण में सात प्रोफेसरों और एक छात्र प्रतिनिधि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
आरोपितों पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम (मतांतरण कानून) के तहत मामला दर्ज किया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा 26 मार्च से 1 अप्रैल तक ग्राम शिवतराई (कोटा) में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का सात दिवसीय शिविर आयोजित किया गया था।
आरोप है कि 31 मार्च की सुबह कैंप में मौजूद शिक्षकों और छात्र प्रतिनिधि ने शिविर में भाग ले रहे विद्यार्थियों को एकत्र कर नमाज पढ़वाई। 15 अप्रैल को कुछ छात्रों ने स्थानीय कोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया कि उन्हें नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने गहन जांच की और सबूतों के मद्देनजर सात शिक्षकों और एक छात्र प्रतिनिधि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
यह घटना सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस विभाग दोनों में हलचल मच गई है। प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस मामले को लेकर छात्रों और स्थानीय संगठनों में भी आक्रोश देखा जा रहा है।