मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान से सियासी भूचाल आ गया है। उनके बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व सहित मुख्यमंत्री मोहन यादव भी बेहद नाराज हैं। खबरों के मुताबिक, विजय शाह से इस्तीफा मांगा जा सकता है या उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जा सकता है।
इस मामले में मोहन यादव ने मंगलवार देर रात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व संगठन महामंत्री के साथ बैठक की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से हाई कोर्ट के आदेशों का पालन करने की बात कही गई। इसके बाद यह स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी इस मामले को लेकर गंभीर है।
इससे पहले इंदौर के मानपुर पुलिस थाने में हाई कोर्ट के आदेश के बाद विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हितिका वासल के अनुसार, उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196 (1)(बी), और 197 (1)(सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं में देश की एकता व अखंडता को खतरे में डालने, विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने और सार्वजनिक शांति भंग करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी विजय शाह के बयान की निंदा करते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। पार्टी के भीतर से उठती आवाज़ों और कानूनी कार्रवाई के चलते अब यह देखना बाकी है कि भाजपा नेतृत्व इस मामले में क्या अंतिम कदम उठाता है।