ढाका। बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक ने रविवार को नए डिजाइन के साथ नई सीरीज के करेंसी नोट जारी किए हैं, जिनसे देश के संस्थापक और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर हटा दी गई है। अब इन नए नोटों पर बांग्लादेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों, प्राकृतिक दृश्य और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है।
ऐतिहासिक बदलाव
अब तक बांग्लादेश के सभी बैंक नोटों पर शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर होती थी। उन्होंने 1971 में देश को पाकिस्तान से स्वतंत्रता दिलाई थी, लेकिन 1975 में सैन्य तख्तापलट में उनकी हत्या कर दी गई थी। यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है जब देश की राजनीति में बड़े फेरबदल देखे जा रहे हैं और सरकार की आलोचना भी हो रही है।
क्या कहा सेंट्रल बैंक ने?
बांग्लादेश बैंक के प्रवक्ता आरिफ हुसैन खान ने समाचार एजेंसी AFP को बताया,
> “नई सीरीज और डिजाइन के तहत, नोटों पर अब कोई मानव चित्र नहीं होगा। इसकी जगह प्राकृतिक परिदृश्य, पारंपरिक स्थल और ऐतिहासिक दृश्य दर्शाए जाएंगे।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर वाले पुराने नोट और सिक्के भी वैध और प्रचलन में बने रहेंगे।
किस-किस को मिली जगह?
नए करेंसी नोटों में हिंदू और बौद्ध मंदिर, ऐतिहासिक महल, और बांग्लादेश के पर्यटन स्थलों की झलक मिलेगी। इसके अलावा, दिवंगत चित्रकार जैनुल आबेदीन की प्रसिद्ध कृति भी शामिल की गई है, जो ब्रिटिश राज के दौरान बंगाल में पड़े अकाल को दर्शाती है।
राजनीतिक संदेश?
विशेषज्ञों का मानना है कि करेंसी नोटों से शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर हटाना सिर्फ एक डिज़ाइन बदलाव नहीं, बल्कि यह राजनीतिक रूप से भी संवेदनशील कदम है। यह फैसला शेख हसीना सरकार की आलोचना और विपक्ष की बढ़ती सक्रियता के बीच लिया गया है, जिससे राजनीतिक बहस तेज हो सकती है।