बीजिंग. ड्रैगन ने भारत में बैन की गई चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर चिंता व्यक्त की है। अपने एक बयान में बीजिंग ने कहा है कि भारतीय सरकार के इस कदम से चीनी कंपनियों के हितों पर विपरीत असर होगा। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि यह प्रतिबंध चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और उनके हितों को नुकसान पहुंचाने का काम करेगा।
ऐप्स बैन से सख्ते में चीन
गाओ ने कहा कि बीते कुछ वक्त में भारतीय सरकार ने चीनी कंपनियों और उनकी सेवाओं के खिलाफ कई कदम उठाए हैं। जिसके चलते कंपनियों के वैध अधिकारों और उनके हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है। हम इस समस्या को लेकर गंभीर रूप से विचार कर रहे हैं। इस दौरान गाओ ने दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की सकारात्मक गतिशीलता को बनाए रखने की मंशा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि भारतीय सरकार इस संबंध में जरूरी कदम उठाएगी। गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच वर्ष 2021 के दौरान द्विपक्षीय व्यापार में 43 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
साल 2021 में भी हुई थी डिजिटल स्ट्राइक
आपको बता दें, पिछले सोमवार को भारतीय सरकार ने देश की आंतरिक सुरक्षा का हवाला देते हुए 54 और चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। वहीं, पिछले वर्ष जून में देश की सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली सोशल मीडिया प्लेटफार्म की ऐप जैसे टिकटाक, वीचैट और हेलो सहित 59 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर बैन लगा दिया था। इस दौरान बैन की गई ज्यादातर ऐप्स पर देश की खुफिया एजेंसियों ने चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने बताया था कि ये ऐप्स यूजर्स का डाटा एकत्र कर रहे हैं। जिसके चलते आशंका थी कि ये उसे विदेशों में बेच रहे हैं।