रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ द्वारा देवभोग दूध में पांच रुपये प्रति लीटर की मूल्य वृद्धि को देवभोग पार्लर एजेंट संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव दत्ता ने आम उपभोक्ता, दुग्ध उत्पादक किसानों और पार्लरों के खिलाफ बताते हुए कहा है कि यह सहकारी उपक्रम को डुबाने की दिशा में उठाया गया कदम है। राज्य के सहकारी दुग्ध के दाम व्यावसायिक संस्थानों के दूध के दाम से काफी ज्यादा होने की वजह से देवभोग दूध की बिक्री बुरी तरह प्रभावित होना तय है। मांग कम होने की वजह से उत्पादन भी प्रभावित होगा जिससे दुग्ध उत्पादक किसानों से संग्रहित होने वाले दूध की मात्रा में स्वाभाविक तौर पर कमी आएगी और इससे दुग्ध उत्पादक किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
देवभोग पार्लर एजेंट संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव दत्ता का कहना है कि राज्य के किसानों से दूध खरीद कर आम उपभोक्ताओं को ताजा और शुद्ध दूध उचित कीमत पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से देवभोग दुग्ध महासंघ निजी क्षेत्र के संस्थानों को पीछे छोड़कर राज्य में अग्रणी दुग्ध प्रदाता है। इस मुकाम को हासिल करने के लिए राज्य शासन के सहयोग तथा मार्गदर्शन में महासंघ से जुड़ी सहकारी समितियों, देवभोग के उत्पाद उपभोक्ता तक पहुंचाने वाले पार्लर एजेंट और महासंघ के कर्मचारियों, अधिकारियों ने बहुत मेहनत की है। इस रिकार्ड तोड़ मूल्यवृद्धि से देवभोग के प्रति उपभोक्ता का विश्वास टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस लागत वृद्धि का हवाला देते हुए बेतहाशा दाम बढ़ाये गए हैं, वह युक्तिसंगत नहीं है। प्रतिद्वंद्वी दुग्ध संस्थान व्यावसायिक हितों को देखते हुए जिस कीमत पर उपभोक्ता को दूध उपलब्ध करा रहे हैं, उससे प्रति लीटर पांच रुपये अधिक पर देवभोग दूध कौन खरीदेगा।