नई दिल्ली- भारत के सबसे बड़े वाहन चोरों में से एक, अनिल चौहान को दिल्ली पुलिस ने तीन महीने से अधिक की खोज के बाद मध्य दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। चौहान पर 5,000 से अधिक कारें चोरी करने का आरोप है और वह महंगे कपड़े, सोने के कंगन के साथ अपनी शानदार जीवन शैली के लिए जाना जाता है।
चौहान की तीन पत्नियां और सात बच्चे थे, जो ईडी की छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद उसे छोड़कर चले गए थे। पुलिस ने कहा कि दो पत्नियों ने दावा किया कि उन्हें चौहान की आपराधिक गतिविधियों के बारे में पता नहीं था और उन्हें लगा कि वह एक कार डीलर है।
पुलिस ने बताया कि अनिल चौहान नॉर्थ-ईस्ट राज्यों से आता था और कार चोरी करके चला जाता था। अनिल चौहान 25-30 सहयोगियों की मदद से गंगटोक, असम के कुछ हिस्सों, नेपाल और अन्य स्थानों पर चोरी की कारों को सफलतापूर्वक बेच रहा है। हालांकि उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन पुलिस ने कहा कि उसको ढूंढना आसान काम नहीं था।इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार उसके एक घर की कीमत 10 करोड़ रुपये है।
इंस्पेक्टर संदीप गोदारा के नेतृत्व में एक टीम ने मध्य दिल्ली में हाई-एंड एसयूवी और सेडान की चोरी की जांच की और चौहान पर शक किया। एक अधिकारी ने कहा कि, “उसकी तलाश के लिए टीमों को असम, सिक्किम, नेपाल और एनसीआर भेजा गया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह महंगी कारों में घूमता है और एक व्यापारी या सरकारी अधिकारी के रूप में पेश आता है। वह असम सरकार के साथ काम करने वाला एक ठेकेदार था और वहां उसकी पकड़ मजबूत है”