मध्य प्रदेश के कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) ने नामीबिया से आठ चीतों के आगमन के लिए खुद को तैयार कर लिया है। स्थानीय वन अधिकारियों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। चीतों को खिलाने के लिए जंगली जानवरों को रिहा किया गया है। स्थानीय लोगों को भी उचित निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 72वें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वन्यजीव विशेषज्ञों की उपस्थिति में शनिवार को सुबह लगभग 10.45 बजे जानवरों को 10 किमी में फैले एक बाड़े में छोड़ देंगे।
आपको बता दें कि भारत से चीते विलुप्त हो गए थे। आखिरी चीता 1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में मारा गया था। इसके बाद 1952 में इसे विलुप्त घोषित कर दिया गया था। इन्हें भारत लाने के प्रयास में दशकों लग गए। 1970 के दशक में इसकी शुरुआत तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने थी। अब तक हमेशा अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक या कानूनी बाधाओं में इसे भारत लाने की कोशिश विफल होती रही।
नामीबिया की राजधानी विंडहोक से बोइंग 747-400 विमान में आठ चीतों को भारत लाया गया है। मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) वन्यजीव जेएस चौहान ने कहा, “ग्वालियर से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के भारी-भरकम चिनूक हेलीकॉप्टर में चीतों को केएनपी में भेजा जाएगा।” चीतों को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय उद्यान के 18 किमी अंदर पालपुर में पांच हेलीपैड बनाए गए हैं।