लोन दिलाने के बहाने एक साल में एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को शाहदरा जिले की साइबर सेल थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी गौतम (30), सत्यवीर सिंह यादव उर्फ सूरज (20) और हितेश कुमार उर्फ आकाश (37) से 225 सिमकार्ड, 21 मोबाइल, चार डेबिट कार्ड और तीन स्वाइप मशीन बरामद की है।
पुलिस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। बताया जाता है कि पकड़े गए आरोपियों में हितेश कुमार बीटेक इंजीनियर है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने एक साल के दौरान एक करोड़ से ज्यादा की ठगी की है।
शाहदरा के डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि एक दिसंबर को विश्वास नगर में रहने वाले दीपक अग्रवाल ने साइबर सेल थाने में शिकायत दी थी। जिसमें उन्होंने बताया कि एक बैंक से फोन कर उन्हें कम ब्याज पर ऑनलाइन लोन देने का दावा किया गया। उन्होंने लोन के लिए आवेदन कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने लोन प्रक्रिया के नाम पर 35 दिनों में करीब 26 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल नंबर के जरिए सीडीआर और व्हाट्सएप चैटिंग की डिटेल खंगाली। इस दौरान तीन आरोपियों का पता चला। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मुख्य आरोपी चंदन उर्फ चंदेला और रूपेश त्यागी हैं, जो द्वारका मोड़ के पास एक अवैध कॉल सेंटर से लोन दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। ठगी के रुपये गौतम दूसरे अन्य फर्जी खाते में ट्रांसफर करता था। इसके बाद हितेश कुमार कई एटीएम से उन रुपयों को निकालता था। वहीं सत्यवीर फर्जी सिम कार्ड और बैंक खाते मुहैया करा रहा था। पुलिस उनके अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इन आरोपियों ने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खातों की पड़ताल से पता चला है कि एक साल के दौरान इन्होंने एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की है। आरोपी गौतम ठगी की रकम को दूसरे फर्जी खातों में ट्रांसफर कराता था। इसके बाद वह रकम निकल लेता था।