वर्तमान समय में अंधविश्वास और प्राचीन यातनाएं लगभग बंद हो गई है। लेकिन बिहार के मधेपुरा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। सदर थाना क्षेत्र के तुलसीबाड़ी गांव में महिला के साथ दबंगों के द्वारा किए गए कुकृत्य से केवल जिला ही नहीं बल्कि राज्य की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
जानकारी के अनुसार बीते रविवार (20 मार्च) को एक महिला को पंचायत में बुलाकर सैकड़ों ग्रामीणों के सामने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। सबसे पहले भरी पंचायत के बीच में महिला को खड़ा कर दिया गया। फिर लोहे के रॉड को आग पर गर्म करने के बाद महिला को जानवरों की तरह पीटा गया। फिर महिला को निर्वस्त्र कर दिया गया। पंचायत में मौजूद सैकड़ों लोगों के बीच महिला खुद को बचाने के लिए गुहार लगाती रही लेकिन किसी का दिल नहीं पसजा। बुरी तरह से जख्मी महिला को परिजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
दर्द से कराहती पीड़िता ने बताया कि 19 मार्च की रात घर के बगल में शौच करने गयी थी। जहां गांव के ही कुछ युवकों ने उसे पकड़ लिया और दुष्कर्म करने की कोशिश की। पीड़िता ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों ने किसी को नहीं बताने की धमकी दी थी। मेरे पति कदम लाल दास गांव से बाहर रहते हैं। दुष्कर्म की जानकारी अपने ससुर व सास को दी थी, लेकिन लोक लाज की वजह से चुप थी। इस वजह से मामले की शिकायत नहीं कर सकी। 20 मार्च की सुबह चारों आरोपियों ने दुष्कर्म के लिए जबरन मकई के खेत में काबू करने का प्रयास किया, लेकिन उन लोगों की बात नहीं मानने पर मारपीट की गयी। वहीं महिला के साथ सरेआम मारपीट करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में आरोपियों की दरिंदगी साफ दिख रही है।
इस बीच मधेपुरा के एसपी राजेश कुमार ने कहा है कि मामला संज्ञान में आया है, थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों के गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया है कि दूसरी बार घटना से आहत महिला ने गांव के लोगों से शिकायत की, जिसके बाद गांव में पंचायत बुलाई गयी, जिसमें महिला के द्वारा आरोप लगाने के बाद मौजूद आरोपियों ने भरी पंचायत में ही लोहे का रॉड गर्म कर मारपीट शुरू कर दिया। आरोपियों ने महिला को निर्वस्त्र कर दिया।