कोचिंग, किताबों सहित अन्य खर्चों में मिल रही है मदद
रायपुर 11 मई 2023 : प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की बेरोजगारी भत्ता योजना एक सहारा बन कर आई है। वे युवा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से उन्हें कोचिंग सहित अन्य खर्चे वहन करने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है, इस योजना के तहत मिली राशि से वे अपनी जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं।
कोरबा के रहने वाले श्री असुरारी पटेल ने 12वीं के बाद कम्प्यूटर का कोर्स किया है। सरकारी नौकरी की चाहत में श्री पटेल ने पुलिस सहित वन विभाग आदि की परीक्षा के लिए तैयारी शुरू की है। उन्होंने बताया कि घर की परिस्थितियों को देखकर वह आगे नहीं पढ़ पाया। उनकी इच्छा है कि कुछ अच्छी नौकरी कर परिवार का सहयोग करें, लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए किताबें और कोचिंग की जरूरतों को वह पूरा नहीं कर पा रहा था। बेरोजगारी भत्ता योजना से मिली राशि से वह प्रतियोगिता परीक्षा के लिए जरूरी किताबें खरीद पाता है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही वह कोई कोचिंग क्लास जॉइन कर अपनी तैयारी को और भी बढ़ाएगा। ग्रेजुएशन के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में जुटी प्रिया दुबे ने बताया कि जरूरत के लिए और घर में सहयोग के लिए उन्हें भी ट्यूशन पढ़ाना पड़ता था, इससे उन्हें प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने में बाधाएं आती थीं। अब बेरोजगारी भत्ता के रूप में मिली राशि से उन्हें पढ़ाई में सहायता मिल रही है।
यूपीएससी और पीएससी की तैयारी में जुटे श्री राज पटेल ने बताया कि बेरोजगारी भत्ता शुरू किए जाने से जरूरतमंद युवाओं को एक बड़ा सहयोग मिला है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन मॉक टेस्ट और अन्य किताबों का अध्ययन कर रहे हैं। उनकी यह सारी जरूरतें अब बेरोजगारी भत्ते की राशि से पूरी हो रही है। राज का कहना है कि गरीब परिवारों के लिए पैसे का इंतजाम कर पाना बहुत मुश्किल काम होता है। बेरोजगार होने पर परीक्षाओं की तैयारी भी मुश्किल हो जाती है। कुछ काम करने पर तैयारी प्रभावित होता है, ऐसे में हम जैसे युवाओं के लिए कुछ रुपए भी हमारे कैरियर को सँवारने में बहुत बड़ा सहारा बन सकते हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रूपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दे रही है। इसके लिए सरकार ने 2023-24 के बजट में 250 करोड़ रूपए का नवीन मद में प्रावधान किया है। बेरोजगारी भत्ता योजना के पात्र पाए गए 66 हजार से अधिक युवाओं के बैंक खाते में 16 करो़़ड़ रूपए की राशि अंतरित की गई है।