टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए दुनिया के पांच अरबपति जून महीने की 18 तारीख को टाइटन पनडुब्बी में बैठकर समुद्र में उतरे थे. हालांकि, समुद्र में उतरने के 2 घंटे के बाद ही उनका कनेक्शन टूट गया. इसे ढूंढने के लिए अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और ब्रिटेन के तट रक्षक जुट गए थे. इसी बीच 22 जून को घोषणा की कि पनडुब्बी फट गई है और उसमें सवार सभी पांच लोग मर गए हैं. वहीं अमेरिकी तट रक्षक ने बुधवार (28 जून) को जानकारी दी कि उन्होंने संभवतः टाइटन पनडुब्बी के मलबे से मानव अवशेष बरामद कर लिए हैं.
अमेरिकी तटरक्षक ने जानकारी दी कि वो मानव अवशेषों को अमेरिका वापस ला रहा है. टाइटन सबमर्सिबल के मलबे को बुधवार (28 जून) को जमीन पर वापस लाया गया. तटरक्षक बल ने कहा कि उसने समुद्र तल से मलबा और सबूत बरामद किए हैं. इस मलबे में मानव अवशेष भी शामिल है. इस दौरान अमेरिकी तटरक्षक प्रमुख कैप्टन जेसन न्यूबॉयर ने एक बयान में कहा कि मैं इस जरूरी सबूत को दोबारा से हासिल करने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय और अंतर-एजेंसी के समर्थन के लिए आभारी हूं.
अमेरिकी तटरक्षक प्रमुख कैप्टन जेसन न्यूबॉयर ने कहा कि मलबे के तौर पर हासिल किए गए सबूतों से अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को कई तरह की जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी. जिसे आने वाले समय में कई तरह के कारणों को समझने में मदद होगी. इसके अलावा ऐसे सबूतों की वजह से ये सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि ऐसी ही त्रासदी दोबारा न हो. टाइटैनिक के मलबे के पास समुद्र तल में पनडुब्बी के टुकड़ों की खोज करने के लिए कनाडाई जहाज होराइजन आर्कटिक ने मानव रहित आरओवी को भेजा गया था. इस हादसे में मारे गए अरबपतियों के अवशेष बेहद खराब स्थिति में पाए गए.
वहीं होराइजन आर्कटिक कंपनी के प्रवक्ता जेफ महोनी ने कहा कि पेलजिक रिसर्च सर्विसेज की टीम अभी भी मिशन पर है. इसकी वजह से टाइटन की चल रही जांच पर टिप्पणी नहीं कर सकती है. उन्होंने कहा कि वे इस ऑपरेशन की शारीरिक और मानसिक चुनौतियों के बीच दस दिनों से चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं.