आखिर कितना टैक्स भरती है, देश की बड़ी कंपनियां टाटा, अंबानी और देखिए ये लिस्ट….

देश की बड़ी कंपनियां जैसे मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा ग्रुप, जिंदल और बाकी बड़ी कंपनियां सरकार को कितना टैक्स पे करती है. आइए आज आपको सबकी जानकारी देते हैं.

टाटा ग्रुप की दिग्गज कंपनियों की बात करें तो इसमें दो बड़े नाम आते हैं. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और टाटा स्टील. क्लियरटैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक टीसीएस ने वित्त वर्ष 2022 में 11,536 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया, जो कंपनी के कुल रेवेन्यू का 6.8 फीसदी है. वही टाटा स्टील अपने टर्नओवर का 8.4 फीसदी टैक्स सरकार को चुकाती है, जो कुल 11,079 करोड़ रुपये है. वे ऑटोमोटिव स्टील, हॉट और कोल्ड रोल्ड शीट जैसी सर्विस प्रोवाइड कराती है.

जिंदल की कंपनी ने भरा 8 हजार करोड़ का टैक्स

जिंदल ग्रुप की कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील की बात करें तो इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में भारत सरकार को 8,013 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया, जो उसके कुल रेवेन्यू का 6.6 फीसदी है. वही देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी की बात की जाए तो इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में करीब 7,902 करोड़ रुपये का टैक्स दिया था, जो कुल रेवेन्यू 2.9 फीसदी के बराबर है.

टाटा से पीछे रही मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज

देश की सबसे बड़े अमीर शख्स मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी है. मुकेश अंबानी की रिलायंस भारत के सबसे बड़े टैक्सपेयर्स में से एक है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भारत सरकार को वित्त वर्ष 2022 में 7,702 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में चुकाए थे, जो उसके कुल रेवेन्यू का 1.65 फीसदी है.

तेल कंपनी ने भरा 7549 करोड़ का टैक्स

देश की बड़ी तेल कंपनियों में शुमार इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन भारत में पेट्रोलियम कंपनी है जिसने वित्त वर्ष 2022 में 7,549 करोड़ रुपये का टैक्स है. कंपनी भारत में डीजल और पेट्रोल स्टेशनों को ऑपरेट करती है. कंपनी की स्थापना 1959 में हुई थी. वहीं भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2022 में 7,260 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया, जो कंपनी के रेवेन्यू के 6.7 फीसदी के बराबर है. कंपनी अपने कस्टमर्स ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एआई और ऑटोमेशन और डेटा एनालिटिक्स जैसी सर्विस प्रोवाइड कराती है.

आईटीसी ने भरा 4771 करोड़ का टैक्स

आईटीसी लिमिटेड की स्थापना 1910 में हुई थी और इसका मुख्यालय कोलकाता में है. कंपनी खाद्य पदार्थ, सिगरेट और सिगार, कागज, पर्सनल केयर और स्टेशनरी जैसे प्रोडक्ट तैयार करती है . वित्त वर्ष 2022 में आईटीसी ने 4,771 करोड़ रुपये टैक्स भरा था जो रेवेन्यू का 7.6 फीसदी है.

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