पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त मनोहर सिंह गिल का रविवार को दक्षिणी दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार थे। उनके करीबी लोगों ने यह जानकारी दी। वह 86 वर्ष के थे। गिल के परिवार में पत्नी और तीन बेटियां हैं। उन्होंने बताया कि गिल का अंतिम संस्कार सोमवार को यहां किया जाएगा। पूर्व नौकरशाह गिल ने एक युवा अधिकारी के रूप में प्रकाश सिंह बादल के अधीन उस वक्त कार्य किया था, जब शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक पंजाब के मुख्यमंत्री थे।
गिल दिसंबर 1996 और जून 2001 के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) रहे थे। एक पूर्व सरकारी अधिकारी ने कहा कि जब टी. एन. शेषन निर्वाचन आयोग के प्रमुख थे, तब गिल और जीवीजी कृष्णमूर्ति को निर्वाचन आयोग का सदस्य बनाया गया था। अधिकारी ने कहा कि उसी समय (शेषन के मुख्य निर्वाचन आयुक्त रहने के दौरान) निर्वाचन आयोग को तीन सदस्यीय निकाय बनाया गया था। वह शायद राजनीति में आने वाले पहले पूर्व सीईसी थे। गिल कांग्रेस सदस्य के रूप में राज्यसभा पहुंचे थे और 2008 में उन्हें केंद्रीय खेल मंत्री बनाया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गिल के निधन पर शोक व्यक्त किया और देश के विकास में उनके योगदान की सराहना की। खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर)’ पर एक पोस्ट में कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री, पद्म विभूषण मनोहर सिंह गिल जी के निधन पर बहुत दुख हुआ। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने भी गिल के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एवं केंद्रीय मंत्री डॉ. मनोहर सिंह गिल के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं और मैं वाहेगुरु जी से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए अरदास करता हूं।