दुर्ग, 7 जून 2025 — दुर्ग जिले के बोरी थाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत लोन दिलाने का झांसा देकर ग्रामीणों से ठगी करने का मामला सामने आया है। फर्जी बैंक अधिकारी बनकर गांव-गांव घूमने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने भोले-भाले ग्रामीणों से दस्तावेज और हजारों रुपये की वसूली कर ली थी।
ऐसे हुआ खुलासा
बड़े टेमरी निवासी निजेन्द्र बारले (36) ने बोरी थाने में शिकायत दर्ज कराई कि चेतन कुमार वर्मा नामक युवक बैंक ऑफ बड़ौदा का अधिकारी बनकर उनके गांव आया था। उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोन दिलाने का झांसा दिया और 34 हजार रुपये फोन पे के जरिए वसूल लिए।
लोन नहीं मिला तो खोली पोल
रकम देने के बावजूद लोन न मिलने पर ग्रामीणों को ठगी का शक हुआ। उन्होंने जांच-पड़ताल की और जब पता चला कि चेतन असली बैंक अधिकारी नहीं है, तो 3 जून 2025 को चौकी लिटिया सेमरिया में शिकायत दर्ज करवाई।
गाड़ियों में घूमकर करता था ठगी
बोरी पुलिस की जांच में सामने आया कि चेतन कुमार वर्मा (28), निवासी ग्राम तिलभाठ, जिला राजनांदगांव, स्कॉर्पियो गाड़ी (CG 08 BB 8804) किराये पर लेकर विभिन्न गांवों में जाकर लोगों को जमा करता था। वह खुद को बैंक अधिकारी बताकर PMAY के तहत लोन दिलाने का वादा करता और उनसे दस्तावेज व पैसे लेता था।
ऑनलाइन पेमेंट दोस्त के खाते में
जो लोग नकद भुगतान करते, उनसे वह सीधे पैसा लेता। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वालों की रकम वह अपने साथी अतेश गंजीर (33), निवासी ग्राम फरहद, जिला राजनांदगांव के बैंक खाते में मंगवाता था। इसके बाद दोनों ठगे गए पैसों को आपस में बराबर-बराबर बांट लेते थे।
गिरफ्तार आरोपी
चेतन कुमार वर्मा पिता महेश वर्मा (28 वर्ष), ग्राम तिलभाठ, जिला राजनांदगांव
अतेश गंजीर पिता बालमुकुंद साहू (33 वर्ष), ग्राम फरहद, जिला राजनांदगांव